उज्ज्वल ग्राम युवा शक्ति मण्डल ग्राम पंचायत बाकुड़
आज मण्डल के द्वारा किये गए सहयोग के बारे में बताने जा रहा हूं,
बारिश के दिनों की बात है मण्डल सदस्य गांव के प्राथमिक शाला बाकुड़ पौधरोपण के लिए गए थे कार्यक्रम बहुत ही अच्छे से सफल हो गया था, सब अपने अपने घर के लिए पैदल लौट रहे थे तो याद आया कि कुछ ऊर्जावान साथी अनुपस्थित है तो कारण ज्ञात हुआ कि एक भैया जो गांव से दूर नोकरी करते थे वो नशे की हालत में कार्य करते हुए बारिश मैं भीग जाने के कारण पैरालाइस हो गए है जिनको जिला अस्पताल बैतुल में भर्ती किया गया है लेकिन तबियत में कोई सुधार नहीं है, स्थिति और भिगड़ती जा रही थी तब ही फ़ोन के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि जल्द से जल्द भैया को चिचोली के पास एक गांव है मंडई जहाँ बजरंग बली दादा का मंदिर है वहा लेकर जाना है ओर बारिश बहुत तेज़ थी तब हम सबने सुनिश्चित किया कि omni वेन से चलते है जो भी राशि लगेगी सभी आपस मे मिलकर वहन कर लेंगे। हम 5 से 6 साथी बैतुल के लिए निकल गए बारिश तेज़ थी जिसके कारण सफर बहुत धीरे धीरे करना पड़ा, लेकिन तब तक कुछ परिजन उनको लेकर पाडर के पास तक आ चुके थे, स्थिति को जब करीब से देखा तो पैरो तले जमीन किसक गयी थी, क्योंकि 4 लोगो ने मिलकर उनको एक गाड़ी से दूसरी गाड़ी में बैठाया था हम सब उम्मीद हार चुके थे, लेकिन जब हम सब के ये हालात थे तो परिवार के लोगो का क्या हाल हो रहा होगा सोच कर उन्हें उनकी गाड़ी से अपनी वेन में बैठा लिये जिसके बाद हम मंडई के लिए निकल गए करीब 1 से 1.30 घण्टे का सफर तय करने के बाद हम मंजिल तक पहुँचे वहाँ की दिव्यता से परे हमारे मन मे बहुत से प्रश्न ओर पेट की भूख सब थी, वहां की नियमावली बहुत ही सख़्त थी, इतना भीगा हुआ इंसान उसे स्नान कर साफ वस्त्र जो कि नए होने के बाद भी धूल कर ही पहनाने थे और वो खुदसे ये सब नही कर सकते थे और जो मदद के लिए कम से कम दो व्यक्ति चाहिये थे तो जो दो व्यक्ति मदद के लिए गए उन्होंने स्नान कर केवल ओर केवल एक पतली सी लुंगी लगा कर मदद की भोजन भी बहुत परहेज से करना था सवा महीने के लिए ये सब करना था वहा एक सराय था जहाँ रुखने की व्यवस्था थी जहाँ पहले से ही 2 से 3 शरणार्थी थे लेकिन बिजली नही थी तो बिजली की व्यवस्था की गई और यह दृश्य भावुकता परिपूर्ण था ये देख कर हम सब हैरान थे सवा महीने में बहुत सारे चमत्कार देखने को मिले और बहुत सी परीक्षा भी हुई लेकिन इन सब से परे परिणाम की चाह ने सब कुछ सही तरीके से ओर सही समय से करवा लिया।
बजरंग बली दादा जी की दिव्यता इतनी बड़ी देखने को मिली कि हम सब उम्मीद हारने के बाद उस व्यक्ति को आज वापस से हँसते मुस्कुराते हुए कार्य करते देख रहे हैं।।
यह घटना के साक्षी हम मण्डल के सभी सदस्य है।।
सब प्रभु की माया है कहीं धूप कहि छाया हैं।।
#krashankant social worker🙏
🙏🏻🙏🏻
ReplyDelete🙌🙏❤️
DeleteSahi bat he bhai
ReplyDeleteधन्यवाद🙏
Delete💐💐🙏
ReplyDeleteAisa sabhi ke sath nahi hoya
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