एक बढ़ई था, जो बहुत मेहनती था, पर अब वह बूढ़ा हो चला था, एक दिन उसे विचार आया अब यह सब छोड़कर अपने परिवार के साथ अपने जीवन के आखरी दिन बिताने चाहिए, वर्कशॉप के मालिक को उसने अपने विचार बताएं मालिक बहुत दुखी हुआ, क्योंकि उसका सबसे विश्वासनीय कर्मचारी हमेशा के लिए जा रहा था, तभी मालिक ने कुछ सोचा फिर कहा तुम एक आखरी घर और बना दो उसने कहा ठीक है क्योंकि वह मन से पहले रिटायर हो चुका था! इसलिए बड़ी मुश्किलो उसने वह घर पूरा किया, उस घर को देखकर ऐसा लग रहा था, कि किसी नोसीखिए ने यह घर बनाया है तभी मालिक घर देखने आया और बोला यह घर मेरी तरफ से तुम्हारे लिए तोहफा है, अब बड़े बहुत दुखी हुआ कि यह घर मुझे ही मिलना था,तो मैं इसे बहुत सुंदर बनाता।
उसी प्रकार हमारी जिंदगी को भी सर्वश्रेष्ठ बनाने का मौका ईश्वर ने हमें ही दिया है !!
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