कर्म संकल्प और अनुशासन खोजते हैं
यदि नए अवसर पाना चाहते हैं तो जो किया जा सकता है उसपर ध्यान देना होगा, जो नहीं किया जा सकता उसकी चिंता छोड़नी होगी। अपना समय और ऊर्जा अनावश्यक चीजों पर, दूसरों को दोषी ठहराने में, बदला लेने या पुरानी गलतियों पर रोने में नष्ट नहीं करना है। कोई बदलाव सिर्फ आकलन से नहीं आ सकता। वह कर्म से आता है और कर्म संकल्प एवं अनुशासन खोजता है।
महत्वपूर्ण कामों से मिलती है सफलता
हमारी दिनचर्या इस तरह की होती है। कि हमारे सामने जो काम आता है, हम उसे करने लगते हैं। एक महत्वाकांक्षी व्यक्ति को इस बारे में सतर्क रहना चाहिए क्योंकि सफलता पाने के लिए बहुत आवश्यक है कि सबसे महत्वपूर्ण काम पहले किए जाएं। सफलता हमेशा महत्वपूर्ण कामों से मिलती है। इसलिए अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट करें। अपना समय महत्वहीन कामों में न गंवाएं।
लोगों के विचारों से तुरंत प्रभावित न हों
अधिकांश लोग दूसरों की राय से प्रभावित होते हैं। वो अपने लिए सोचने का काम नहीं कर पाते। दूसरों की सलाह पर ध्यान देते हैं। यदि आप दूसरों के विचारों से प्रभावित हैं, तो आपकी खुद की कोई इच्छा नहीं होगी। यदि आपका अपना मस्तिष्क और मन है, तो इसका प्रयोग करें। स्वयं निर्णय लें। दुनिया को बताएं कि आपका क्या करने का इरादा है। सलाह देने वाले लोगों से दूर रहें।
असफलता ही आपको सफल बनाएगी
सफल लोग असफलता का स्वागत करते हैं। असफल होने पर रोते नहीं हैं। निराश नहीं होते। असफलता कारणों का गंभीरता से अध्ययन करते हैं। उसका समाधान कर आगे बढ़ते हैं। असफलता को सफलता की सीढ़ी बनाकर आगे चलते जाते हैं। सफलता की राह में असफलता रूपी स्टॉप आते रहते हैं। लेकिन एक दिन असफलता ही आपको सफल बनाती है।
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